गायत्री मां ज्ञान, शक्ति, पवित्रता और शान्ति की प्रतीक कही जाती हैं । माता गायत्री की पूजा करने से जीवन में सुख-शांत, समृद्धि, दया, शक्ति आदि की प्राप्ति होती हैं गायत्री मंत्र जाप करते समय पूरा ध्यान परमात्मा में होना चाहिए और यह सोचना चाहिए की मेरे शरीर में ऊर्जा की प्राप्ति हो रही है । हिंदी में अर्थ – उस प्राणस्वरूप, दुःखनाशक, सुखस्वरूप, श्रेष्ठ, तेजस्वी, पापनाशक, देवस्वरूप परमात्मा को हम अपनी अन्तःकरण में धारण करें। वह परमात्मा हमारी बुद्धि को सन्मार्ग में प्रेरित करे । ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यम् भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात् ॥ ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यम् भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात् ॥ ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यम् भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात् ॥ ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यम् भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात् ॥ ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यम् भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात् ॥ – Anmol Gyan India – |
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pk
gayatri mantra mansik santi dene wala aur ekagrata prapti me sahayak h…