अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस – 8 March Mahila Diwas… Click here Nari Ki Shakti है गर्व हमें इस बात पर,
कि हम जन्म से नारी हैं। हम मुरझाया सा पेड़ नहीं,
हम नए पौधे की क्यारी हैं। हम टूटी हुई उम्मीद नहीं,
हम उदित सूर्य की धरी हैं। न हम निर्बल अबला हैं,
न हम कमजोर बेचारी हैं। हममे दुर्गा का तेज हैं,
हम दानवदल मरी हैं। कालका का रूप हैं हम,
हम तो त्रिशूल धारी हैं। शुरू हैं हमसे ये दुनियाँ,
हम पर ख़त्म ये सारी है। हमसे तो टकराकर हर,
मुश्किल भी डर कर हरी है। है गर्व हमें इस बात कि हम जन्म से नारी हैं।
– ©शिवानी पाण्डेय – :: Nari Shakti Par Kavita in Hindi ::
विधाता की विधा का केन्द्र मूलाधार है नारी।
जगत की वाटिका का श्रेष्ठतम उपहार है नारी। कहीं मीरा कहीं गौरी कहीं राधा कहीं सीता।
कहीं बन माँ-बहन-पत्नी लुटाती प्यार है नारी। – ©योगी देशबन्धु – Nari Ki Kya Shakti Hai |