प्रत्येक मनुष्य अपने जीवन मे कुछ न कुछ आकांक्षा रखता है। और उन्हें पूरा करने का प्रयास ( Attempt to accomplish ) भी करता है। कुछ लोग उसमे सफल होते है और कुछ लोगों को निराशा हाथ लगती है। वह निराश व्यक्ति कुछ और समय अपना लक्ष्य पाने की कोशिश करता है परन्तु वही परिणाम बार बार आने पर वह पुनः प्रयास यह सोच कर बन्द कर देता है कि यह मेरे लिए नही है या ये मेरी सीमा से परे है । परन्तु यह सत्य नही है आपके जीवन मे कोई भी कठिन से कठिन कार्य हो या कोई भी कठिन से कठिन परीक्षा हो ये सब बिल्कुल सरल व स्पष्ट हो जाता है सपनों का मतलब और उनका अर्थ – Sapno Ka Matlab Aur Unaka Arth..Click here…जब व्यक्ति यह सोच लेता है कि यह पूरा संसार जहाँ मेरा भी अस्तित्व है ये सम्पूर्ण संसार की प्रत्येक व्यवस्था मुझ जैसे मनुष्यो द्वारा ही बनाई गई है और वह व्यक्ति किसी भी प्रकार से मुझ से अलग नही है । ईश्वर ने मुझे भी उन्ही के समान शारीरिक संरचना व सोचने के लिये उतनी ही क्षमता का मस्तिष्क दिया है यदि अंतर है तो सिर्फ दृढ़ निश्चय व इच्छाशक्ति ( Willpower ) का। मन और आत्मा में क्या सम्बन्ध है ? – What is a connection between mind and soul ?..Click here…यदि इस संसार की प्रत्येक व्यवस्था मुझ जैसी मानसिक क्षमता वाले इंसानो ने किया है तो में भी इस संसार मे परिवर्तन कर सकता हूँ और यदि यही बात परीक्षाओं पर लागू की जाये वहा भी ये सत्य प्रतीत होती ये परीक्षा भी मनुष्य द्वारा बनाई गई एक व्यवस्था ही है कोई भी कठिन से कठिन परीक्षा हो यदि यह सोच कर उसके लिए प्रयास किया और साथ दृढ़ निश्चय हो तो वह बहुत सरल महसूस होगा । – © विवेक – |