Rashtriya Vigyan Diwas

Rashtriya Vigyan Diwas : राष्ट्रीय विज्ञान दिवस

राष्ट्रीय विज्ञान दिवस क्यों मनाया जाता है? : Why is National Science Day celebrated?

भारतीय वैज्ञानिक चन्द्रशेखर वेंकट रमन ( Chandrashekhara Venkata Raman ) का जन्म 7 नवम्बर सन् 1988 ई. में तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली (Tiruchirappalli in Tamil Nadu ) नामक स्थान में हुआ था। उन्होंने भौतिकी के बहुत बिन्दुओं पर शोध किये थे जिसमें से “रमन प्रभाव” उनकी सबसे बड़ी सफलता तथा खोज बनी जो भारतीय के इतिहास में प्राख्यात हुआ । जिसके लिए इनको वर्ष 1930 में नोबल पुरस्कार से पुरस्कृत और सम्मानित किया गया था। 1954 ई. में उन्हें भारत सरकार द्वारा भारत रत्न की उपाधि से भी विभूषित किया गया था।

पिता का नाम : चन्द्रशेखर अय्यर ( एस. पी. जी. कॉलेज में भौतिकी के प्राध्यापक )
माता का नाम : पार्वती अम्मल
प्रारम्भिक शिक्षा : विशाखापत्तनम में ( आन्ध्र प्रदेश )
मृत्यु : 21 नवम्बर 1970 ( बंगलुरु, कर्नाटक, भारत )
प्रसिद्धि : रामन इफेक्ट
सम्मान : भौतिकी में नोबल पुरस्कार , भारत रत्न, लेनिन शांति पुरस्कार

इस कार्यक्रम को याद तथा सम्मान देने के लिये वर्ष 1986 में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकीय संचार (Science and technological communication) के लिये राष्ट्रीय परिषद के द्वारा भारत में 28 फरवरी ( 28 February ) को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस ( National Science Day ) के रुप में नामित किया गया था। तब से, पूरे भारत वर्ष में 28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के रूप में मनाया जाता है।

राष्ट्रीय विज्ञान दिवस प्रत्येक वर्ष – शोध संस्थान, शिक्षक, विद्यार्थी तथा शोधकर्ताओं द्वारा कॉलेज, स्कूल, विश्वविद्यालय, भारत के तकनीकी तथा चिकित्सा आदि शिक्षण संस्थान में मनाये जाते हैं।

राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाने का लक्ष्य : The goal of celebrating National Science Day

  • तकनीक तथा विज्ञान के क्षेत्र में बढ़ावा देना।
  • हमारे दैनिक जीवन में विभिन्न वैज्ञानिक गतिविधियों, प्रयासों और उपलब्धियों को महत्ता बताने के लिये।
  • विज्ञान और तकनीक के विकास के लिये सभी बिन्दुओ पर चर्चा करना तथा नयी प्रौद्योगिकी को लागू करना।
  • लोगों के दैनिक जीवन में वैज्ञानिक अनुप्रयोग के महत्व के बारे में एक संदेश देने के लिये।

 

– अनमोल ज्ञान इंडिया –