Ekagrata Badhane ke Upay : एकाग्रता बढ़ाने के उपाय : Power of Concentration in Life
मनुष्य का मन बहुत चंचल होता है । मन को एक दिशा में बनायें रखना बहुत कठिन होता है ।
“मन को एक ही दिशा प्रयोजन में लगाये रखना ही एकाग्रता कहलाता है।”
या
“मन को अपने वश में रखना ही एकाग्रता कहलाता है।” ( Keeping the mind in its control is called concentration. )
एकाग्रता, निरंतर अभ्यास तथा उपायों द्वारा संभव होती है । ( Concentration are possible by continuous practice and measures. ) मन एक ही बार में एक ही काम कर सकता है । मन को निरर्थक, निरुपयोगी तथा छोटी-छोटी बातों में व्यर्थ में उलझे रहने से बहुत हानि होती है । अतः मन को एक निश्चित दिशा, लक्ष्य और प्रयोजन में लगायें रहना ही सार्थक है । एकाग्रता की शक्ति में अन्तर के कारण ही एक मनुष्य दूसरे से भिन्न होता है । ( Due to the difference in concentration power, one man is different from another. ) चाहे छोटे से छोटे आदमी हो या बड़े से बड़े आदमी क्यो न हो, बस अन्तर केवल मन की एकाग्रता की मात्रा से होता है ।
एकाग्रता की सिद्धी के लिए सबसे अच्छा उपाय यही है कि मन को व्यर्थ या निरर्थक समस्याओं से दूर रखा जाय । ( The best solution for attainment of concentration is that the mind should be kept away from vain or meaningless problems. ) अधिकतर लोग घर परिवार, देश, समाज इत्यादि की ऐसी छोटी-छोटी बातों में उलझे रहते हैं जिनका न तो स्वयं के लक्ष्य प्रयोजन से होता है और न ही घर परिवार से, इन सब विचारों में मन को उलझाएं रखना मन की चंचलता को छिन्न-भिन्न कर देता है और जीवन की सफलता के लिए वाधक बन जाता है ।
आजकल लोग दुनिया भर की बातें सुन-सुनकर या दूसरे को देखकर उन्हीं में उलझे रहतें हैं । ( Nowadays, people are entangled in listening to them or seeing others around them. ) यह मनःशक्ति का अपव्यय ही है । ऐसे लोग धीरे-धीरे उसी विचार स्तर में बध जाता है और उसी में उलझ जाता है जिससे जीवन में सफलता नहीं मिलती है । ( Such people gradually get absorbed in the same thought level and get entangled in it which does not lead to success in life. )
रहीम जी ने बहुत सुन्दर दोहा लिखा है –
कदली, सीप, भुजंग मुख, स्वाति एक गुन तीन ।
जैसी संगति बैठिए, तैसोई फल दीन ॥
मनुष्य के मन का सीधा सम्बन्ध संगति से होता है जिस संगति में आप रहेंगे वैसी ही आप की विचार धारा बन जायेगा । ( The direct relationship of a person’s mind is with association, the same will be the idea of which you will remain. )
आजकल लोग अख़बार पढ़कर, सनसनी खेल, विचित्र कहानियाँ, कामोंत्तेजक साहित्य पढ़ता है या टीवी सीरियल, फिल्म इत्यादि देखकर मन की चंचलता को बढ़ावा देता है ।
अब प्रश्न यह है की मन को कैसे एकाग्रचित किया जाय की जीवन में सफलता प्राप्त कर सकें ।
जीवन में सफलता प्राप्त करने के कुछ उपाय निम्नलिखित हैं –
- मनुष्य को सबसे पहले जीवन में लक्ष्य बनाना चाहियें की उसे क्या करना है ? ( Man should first aim in life, what does he have to do? )
- जीवन में जो लक्ष्य हो, उसी दिशा में मन को लगाना चाहिए । ( The goal in life should be to put the mind in the same direction. )
- अपने लक्ष्य को अपनी क्षमता और रूचि के हिसाब से तय करना चाहिए । ( Your goal should be determined according to your ability and interest. )
- मन को एकाग्रचित करने के लिए प्राणायाम तथा योग करना चाहिए । ( Pranayama and Yoga should be done to concentrate on the mind. )
- अपने मन को या सोच को नकारात्मक न होने दें । ( Do not let your mind or thoughts be negative. )
- अपने विचारों के प्रति जागरूक रहना होगा क्योकि मन तरंगो की भाँति पल-पल में बदलती रहती है ।
- मन में पानी के बुलबुले की तरह बनने वाले आकांक्षाएं न पैदा होने दें ।
- आपकी आकांक्षाएं सुव्यवस्थित तथा स्थिर होने चाहिए । ( Your aspirations should be streamlined and stable. )
- अपने आप पर विश्वास रखों । ( Believe in yourself )
- मन को शुद्ध करना होगा, मन जितना शुद्ध होगा, उसे वश में करना उतना ही सरल होगा ।
- क्रोध पर नियंत्रण रखें क्योकि यह नकारात्मक सोच को बढ़ावा देता है । ( Keep control over anger as it promotes negative thinking. )
- मन या विचार का सीधा सम्बन्ध आहार से होता है यदि आहार शुद्ध है तो हमारा विचार या मन शुद्ध होगा ।
- मन में अहंकार को न पनपने दें ।
- अपने जीवन को सरल या सहज बनायें । ( Make your life simple or intuitive. )
- मन को केंद्रित करने के लिए ईश्वर का ध्यान करना चाहिए । ( To focus on the mind, meditate on God. )
- मादक पदार्थ, धूम्र-पान जैसे – बीड़ी, सिगरेट, चरस, भांग इत्यादि का सेवन न करें । ( Do not take intoxicants such as smoker – beedi, cigarette, charas, cannabis etc. )
- अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अच्छी पुस्तकें, टीवी सीरियल, प्रोग्राम्स देखने चाहिए जो लक्ष्य प्राप्त करने में सहायक हो । ( To achieve your goal, good books, TV serials, programs should be seen, which should be helpful in achieving the goal. )
- निरन्तर प्रयास करने के साथ-साथ अपना धैर्य बनाये रखें । ( Keep your patience while continuing to try. )
© Anmol Gyan India –
Yog Ka Jeevan Mein Mahatva Kyo Hai ? … |