Om Ka Kya Arth Hai ? : ॐ का क्या अर्थ है ? जो बंधन में है, वह जीव है । ॐ न होता तो, हम ना होते..!
ॐ न होता तो, ये ॐकार ना होता..! ॐकार न होता तो, ये आकार ना होता..!
आकार न होता तो, ये साकार ना होता..! साकार न होता तो, ये निराकार ना होता..!
निराकार न होता तो, ये संसार ना होता..! शक्ति का जो नाम पहला, इस जगत का जो धुरन्धर ।
धुन्ध की चादर लपेटे, दिवा में ही अस्त दिनकर । यह वृथा है याकि सच है, सत्य शायद कटु प्रकृति का ।
याकि यह है आइना इक, जगनियंता की सुकृति का । है यही प्रतिरूप शायद, मृत हुई सम्वेदना का ।
दानवी सी वृत्तियों से, जनित निर्मम वेदना का। ॐ ही जगत का सार है – OM is the essence of the world卐 ॐ नमः शिवाय । ॐ नमः शिवाय । ॐ नमः शिवाय । 卐– @ Anmol Gyan India – |