जन्माष्टमी का पर्व भगवान श्रीकृष्ण (Lord Krishna) के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। कृष्ण जन्माष्टमी (Krishna Janmashtami) भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में पूर्ण श्रद्धा और विश्वास के साथ मनाया जाता है। इस बार कृष्ण जन्माष्टमी तिथि 18 अगस्त को रात 10 बजकर 21 मिनट पर शुरू होगी और 19 अगस्त की रात 10 बजकर 59 मिनट पर समाप्त होगी। हिन्दू मान्यताओं के अनुसार विष्णु के 8वे अवतार भगवान् कृष्ण (Bhagwan Krishna) का जन्म कृष्ण पक्ष (Krishna Paksha) की अष्टमी को रोहिणी नक्षत्र (Rohini Nakshatra) में अत्याचारी कंस का विनाश करने के लिए मथुरा में हुआ था। इस ज्योतिष गणित के अनुसार अष्टमी 30 अगस्त को पड़ रही है। राधे-कृष्ण की आरती… Click hereमथुरा नगरी में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी बड़े धूमधाम और हर्षोउल्लास के साथ मनाया जाता है। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी (Janmashtami) के दिन पूरे देश में जगह – जगह पर दही-हांडी प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है। दही-हांडी प्रतियोगिता (Contest) में सभी जगह के बाल-गोविंदा भाग लेते हैं। छाछ-दही आदि से भरी एक मटकी रस्सी की सहायता से आसमान में लटका दी जाती है तथा बाल-गोविंदाओं द्वारा मटकी फोड़ने का प्रयास किया जाता है। जन्माष्टमी क्यों मनाई जाती है : Why Janmashtami is celebratedश्रीकृष्ण देवकी और वासुदेव (Devaki and Vasudev) के 8वें पुत्र थे। कंस मथुरा नगरी का राजा था, जो कि बहुत ही अत्याचारी (Persecutor) और पाखंडी था। वह प्रजा से कहता था मैं ही भगवान् हूँ और मेरी पूजा करो। इस तरह से उसके अत्याचार बढ़ते ही जा रहे थे। कृष्ण की प्रेम दीवानी… क्लिक करें श्रीकृष्ण का पालन-पोषण यशोदा माता तथा नंद जी की देखरेख में हुआ। तभी से श्रीकृष्ण के जन्म की खुशी में प्रत्येक वर्ष जन्माष्टमी का व्रत और त्योहार (Fasts and festivals) मनाया जाता है। मंत्र ज्ञान… क्लिक करेंKrishna Janmashtami in Hindi– अनमोल ज्ञान इंडिया – |