Mahamrityunjay Mantra Meaning

Mahamrityunjay Mantra Meaning : महामृत्युंजय मंत्र का अर्थ

महामृत्यंजय मंत्र –

त्र्यंबकम् यजामहे सुगंधिम पुष्टि: वर्धनम् ।
उर्वारुकमिव बंधनात् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ।।
=> महामृत्यंजय मंत्र की रचना “मृकण्ड ऋषि” के पुत्र “मार्कंडेय ऋषि” ने किये थे ।

 

महामृत्युंजय मंत्र का अर्थ : Mahamrityunjay Mantra Meaning –

त्र्यंबकम् = तीन नेत्रों वाले
यजामहे = जिनका हम हृदय से सम्मान करते हैं और पूजते हैं
सुगंधिम = जो एक मीठी सुगंध के समान हैं
पुष्टिः = फलने फूलनेवाली स्थिति
वर्धनम् = जो पोषण करते हैं, बढ़ने की शक्ति देते हैं
उर्वारुकम् = ककड़ी
इव = जैसे
बंधनात् = बंधनों से मुक्त करने वाले
मृत्योः = मृत्यु से
मुक्षीय = हमें स्वतंत्र करें, मुक्ति दें
मा = न
अमृतात् = अमरता, मोक्ष

 

– अनमोल ज्ञान इंडिया –

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